Beetroot के स्वास्थ्यवर्धक फायदे: चुकंदर को अपनी डाइट में शामिल करें |

चुकंदर, जिसे अंग्रेजी में Beetroot कहते हैं | एक पौष्टिक और लाभकारी सब्जी है, जिसके खाने से कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत फायदेमंद होता हैं। चुकंदर के सेवन से रक्तचाप (Bloodpresur) नियंत्रित रहता है | हृदय स्वास्थ्य सुधरता है और पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। इसके अलावा यह शरीर में खून की कमी को दूर करने में भी सहायक है | त्वचा को स्वस्थ एवं चमकदार बनाता है। इसलिए, चुकंदर को अपने आहार में शामिल करके आप अनेक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते है | 

चुकंदर खाने के फायदे 

परिचय 

चुकंदर का वैज्ञानिक नाम बीटा वल्गेरिस वार राप (Beta Vulgaris Var Rapa) है | इसका रंग लाल होता है | यह एक प्रकार का जड़ है | चुकंदर शरीर में रक्त बढ़ाता है | स्त्रियों का दूध बढ़ाता है | जोड़ों का दर्द दूर करता है | यकृत को शक्ति प्रदान करता है | मस्तिष्क को ताज़ा रखता है | 

चुकंदर और रोग  

चुकंदर खाने के फायदे अनंत है | चुकंदर का उपयोग न सिर्फ भोजन के रूप में किया जाता है बल्कि इसका उपयोग एक औषधि के रूप में भी किया जाता है | आईए इसके औषधीय गुणों के बारे में जानते है | 

पथरी 

चुकंदर का रस या चुकंदर को पानी में उबालकर 30 ग्राम दिन में चार बार कुछ सप्ताह तक उसका सूप पीने से पथरी गल कर शरीर से बाहर निकल जाता है | इसके सेवन से गुर्दे की सूजन भी दूर होती है | गुर्दे के रोग में लाभदायक है | चुकंदर बलगम निकालकर श्वास नली को साफ रखता है | 

बाल गिरना 

Beetroot के पत्ते मेंहदी के साथ पीसकर सिर पर लेप लगाने से बालों का गिरना बंद हो जाता है | गिरे हुए बाल तेजी से उगते और बढ़ते है | इसके अलावा चुकंदर के पत्तों को पानी में उबाल कर सिर धोने से फरास दूर होते है, साथ ही सिर में रहे हुए जूएँ भी मर जाते है | इसके अलावा चुकंदर खाने से जोड़ों का दर्द और बवासीर के मस्से ठीक हो जाते है | 

गाँठ 

गांठ के रोगी को शुरू के दो दिन मौसमी फल और सब्जी के रस पिलाए | तीसरे दिन सुबह एक गिलास पानी में एक नींबू का रस व चार चम्मच शहद मिलाकर पिलाएं | दिन में चार बार एक कप अंगूर का रस और मुसम्मी का रस एक से दो बार दें | इस दौरान रोगी को आराम करते रहना चाहिए | कोई शारीरिक मेहनत न करे | फिर चौथे दिन से लगातार कुछ दिन तक आधा गिलास गाजर का रस और आधा गिलास चुकंदर का रस मिलाकर दिन मे चार बार दें | ऐसा कुछ दिनों तक नित्य किया जाए इस दौरान रोगी को सामान्य हल्का अंकुरित अनाज दिया जाए | कुछ दिनों में गाँठ पिघल जाएगी | 

श्वेत प्रदर  

 स्त्रियों में श्वेत प्रदर और मासिक धर्म से जुड़ी समस्याए आमतौर पर हो जाती है | यदि वे पौना गिलास गाजर के  रस में , चौथाई गिलास चुकंदर के रस को मिलाकर नियमित रूप से पिए , तो स्त्रियों से संबंधित रोग ठीक हो जाते है |  

रोजाना चुकंदर खाने से क्या होगा ?

चुकंदर खाने के फायदे अनेक है | इसमे फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है | इसके साथ ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण मे रखता है जो हृदय के लिए फायदेमंद होता है | चुकंदर में एंथोसायनीन नामक तत्व पाया जाता है जो हृदय को healthy रखता है | दिल की बीमारी नहीं होने पाता है | 

चुकंदर किसे नहीं खाना चाहिए?

 चुकंदर में आँक्सालेट की मात्रा अधिक होती है | यदि किसी के किडनी में पथरी हो तो वे चुकंदर खाने से बचे, क्योंकि इससे किडनी में पथरी की मात्रा बढ़ सकती है | ऐसे लोग कभी कभार चुकंदर का उपयोग करे | चुकंदर में पाया जाने वाला आँक्सालेट मांसपेशियों और संयोजी ऊतकों में आँक्सालिक एसिड की मात्रा बढ़ा देता है जिससे जोखिम हो सकता है | इसलिए चुकंदर का सेवन कम से कम करे | इसके अलावा रक्तचाप की दवा लेने वाले लोगों को भी चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए | 

Beetroot खाने के बाद पेशाब लाल क्यों होता है?

चुकंदर में पिग्मन्ट नामक तत्व होता है, जिसके कारण पेशाब का रंग लाल हो जाता है | इतना ही नहीं पिग्मन्ट मल के रंग को भी लाल कर देता है | यह एक आम बात है इससे कोई परेशानी नहीं होती है | चुकंदर खाना छोड़ देने पर यह सामान्य हो जाता है | 

आयुर्वेद के अनुसार  

आयुर्वेद के अनुसार चुकंदर प्राकृतिक रूप से मीठा होता है, जो कफ को बढ़ाता है | कच्चा चुकंदर पित्त को उत्तेजित करता है जबकि पका चुकंदर पित्त को शांत करता है | पके हुए चुकंदर में स्टार्च, मीठे शर्करा मे परिवर्तित हो जाता है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करता है | आयुर्वेद के अनुसार चुकंदर रक्त को साफ करता है और लीवर को पोषण देता है | 

Beetroot का साइड इफेक्ट क्या है?

ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित लोग चुकंदर का सेवन बिल्कुल भी न करे, यदि वे ऐसा करते है, तो उन्हे थकान, चक्कर आना और बेहोशी जैसी समस्या होती है | यदि खाना जरूरी हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर बहुत कम मात्रा में खाए | इसके अलावा चुकंदर से एलर्जी, स्किन रैशेज, लालिमा और खुजली जैसी समस्याए हो सकती है |  

निष्कर्ष 

चुकंदर एक स्वास्थ्यवर्धक सब्जी है जो हमारे शरीर को कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है। इसमें उच्च मात्रा में पोषक तत्व, विटामिन और खनिज होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, रक्तचाप को नियंत्रित रखते हैं और पाचन क्रिया को सुधारते हैं। इसके अतिरिक्त, चुकंदर का सेवन वजन घटाने में सहायक होता है और इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। इसलिए, चुकंदर को अपने आहार में शामिल करना एक स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली का हिस्सा बन सकता है।

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