तनाव कम करने और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए समय का महत्व

आजकल हर एक व्यक्ति के लिए समय का महत्व करना अति आवश्यक है क्योंकि समय का बिना प्रबंध किए हुए व्यक्ति अपने कार्यों को पूर्ण नहीं कर सकता |  भिन्न-भिन्न कार्यों को करने से लगाए गए समय और उनको करने के क्रम को सोच विचार कर व्यवस्थित करना समय प्रबंधन कहलाता है | समुचित समय प्रबंधन से दक्षता मिलती है और कार्य सही समय पर पूरे होते हैं | कुछ लोग ऐसे होते है  जो अपने समय का प्रबंध ठीक प्रकार से नहीं करते है, जिसकी वजह से वह अपने कार्य में सफलता प्राप्त करने में सक्षम नहीं होते है |हमें समय का प्रबंध करने के लिए स्वयं का मूल्यांकन करना अति आवश्यक है, जिससे हम अपने दिनचर्या को कार्यों को पूर्ण करने में सफल हो सके | 

अपनी एक डायरी में रोज की बातें लिखें,  इससे आपको ज्ञात तो होगा कि कितना समय आपको किस कार्य को देना है | किसी भी कार्य की शुरुआत करने से पहले उसकी योजना अवश्य बनाएं और उसके अनुसार ही समय पर कार्यों का निष्पादन करें | अपनी डायरी में आपके द्वारा किए जाने वाले कार्यों की सूची बनाएं और जैसा अपने तय किया है, उसके अनुसार उसी  क्रम और उसी समय के अनुसार अपने कार्यों को करते रहें | 

अपने कार्यों को सर्वप्रथम प्राथमिकता दें ताकि आपके कार्यों में किसी भी तरीके की कोई समस्या उत्पन्न ना हो | जश्न मनाते हुए आपको स्वयं ही तय करना होगा कि किस काम को पहले करना है ? और किस काम को बाद में करना है ? काम करने के दौरान उस कार्य का आकलन भी करते जाएं, और यह भी अवलोकन करें कि जैसा आपने सोचा था वैसा ही काम हो रहा है या नहीं | 

समय प्रबंधन का मतलब यह नहीं है कि आप गलतियां नहीं करेंगे | यदि आपसे गलती हो भी जाती है, तो उसमें तत्काल सुधार करें और अपने कार्य में आगे बढ़े | शुरुआत में आप गलतियां जरूर करेंगे लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप गलतियों के डर से काम न करें | वरन इसका आशय यह  है कि आप अपना कार्य समय पर करें |जब आप अपना कार्य कर रहे होंगे तो उसे दौरान अपने कार्य का आकलन करने से आप में किसी भी कार्य को सही तरीके से और सही समय में करने का पूर्वानुमान करने की दक्षता बढ़ेगी, और अगली बार जब भी आप दूसरा कार्य  कर रहे होंगे, तो आपका आत्मविश्वास और बेहतर होता जाएगा |

अगर आपने समय का सदुपयोग करना अच्छी तरह से सीख लिया, तो आपको अपने जीवन में हमेशा सफलता प्राप्त होगी | लेकिन यह भी याद रखें कि आलस  समय प्रबंधन का घर दुश्मन है | यदि काम के दौरान आप आलस  करते हैं या अपने कार्य के प्रति लापरवाह हो जाते हैं, तो आपकी बनी  बनाई योजना धराशाई हो सकती है,  जो आपको जीवन में असफल बन सकती है | इसलिए किसी भी कार्य को पूरा मन लगाकर और सतर्कता पूर्वक करें | कोई एक छोटी सी भी गलती आपके कार्य में बाधा उत्पन्न कर सकती है | यह आपको विपरीत दिशा में ले जा सकती है |

समय को कुशलता से प्रबंध करने का तरीका 

यह आपको कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है | समय एक ऐसी कुंजी है, जो आपको मेहनती बना  सकता है और अगर आप इसका सही तरीके से उपयोग नहीं करोगे,  तो यह आपको असफलता की ओर भी ले जा सकता है | बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो मेहनत करने से घबराते हैं, जिसकी वजह से वह सफलता की ओर अग्रसर नहीं हो पाए | इसलिए जीवन में यदि सफलता की सीढ़ी को पार करना है, तो सबसे पहले हमें समय का सदुपयोग करना सीखना होगा |  क्योंकि किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है |

कई सारे लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपने कार्यों और परीक्षा को सफल बनाने के लिए समय सारणी का अनुसरण करते हैं | क्या आप भी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में समय सारणी का अनुसरण करते हैं ? अगर नहीं करते हैं तो करने की शुरुआत कीजिए क्योंकि समय सारणी के निर्धारण से हम अपने कार्यों का प्रबंध करते हैं, और पूरे दिन में हमें किस कार्य को कितना समय देना है, उसको सुनिश्चित करते हैं | समय सारणी के निर्धारण से हमें कैसे समय का प्रबंध करना है, इसके बारे में ज्ञात हो जाता है | धीरे-धीरे करके हम उन कार्यों के प्रति मेहनती बनते जाते हैं, जो हमारे जीवन में अति आवश्यक है | समय के साथ हमें अपने कार्य को पूर्ण करने के लिए प्रेरणा भी मिलती जाती है |

समय प्रबंधन से लाभ 

कम प्रयासों के साथ अधिक प्राप्त करने में मददगार है

अगर व्यक्ति समय का प्रबंध अच्छे तरीके से कर लेता है, तो उसके अपने कार्य को सफल बनाने के लिए ज्यादा प्रयास नहीं करने पड़ते हैं | लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमें  समय का प्रबंध कर लेने से ही सफलता हासिल हो जाएगी  | या आपको अपने कार्य को पूर्ण करने के लिए कोई प्रयास नहीं करना होगा | यह सोच पूर्णतया गलत है, सत्य तो यह है कि समय का सही तरीके से उपयोग करने से, कम से कम प्रयासों के साथ आप अपने कार्यों को पूर्ण रूप से सफल बना सकते हैं, और यह आपके लिए अधिकसे आधी लाभ प्राप्त करने में मददगार साबित होगा |

इससे संतुष्टि का एहसास होता है

जब व्यक्ति अपने कार्य को पूर्णतया समय के अनुसार प्रबंध करता है, तो इससे उन को संतुष्टि का एहसास महसूस होता है | व्यक्ति इसलिए संतुष्ट होता है, क्योंकि अपने कार्यों को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की और साथ ही साथ समय को अपना साथी भी बनाया | इसलिए अगर आपको भी संतुष्टि का एहसास करना है, तो सबसे पहले आपको समय का सदुपयोग करना सीखना होगा |अगर आप समय को बर्बाद करते हैं, तो यह आपका मित्र नहीं, बल्कि शत्रु बन सकता है | आज जीवन में संतुष्ट मनुष्य वही है, जिसने समय को न गवाते हुए अपनी सफलता को हासिल किया है और अपना हित साधा है | इसलिए समय को ना गवाये बल्कि समय को सहेज कर सदुपयोग में लाए और अपनी जिंदगी में संतुष्टि का एहसास करें |

यह तनाव के स्तर को काम करता है

तनाव मनुष्य के जीवन का हिस्सा है, जो परिस्थितियों के अनुसार आता ही है | तनाव एक अस्थाई रूप है, तनाव होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन एक ऐसा कारण जो हर एक व्यक्ति में देखने को मिलता है, वह है व्यक्ति की असफलता |जब कोई व्यक्ति असफल होता है, तो उसके जीवन में तनाव पैदा होने लगता है और यह इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन खो बैठता है  | इसलिए व्यक्ति को सफलता पाने के लिए और तनाव से मुक्त होने के लिए समय की उपयोगिता को समझना अति आवश्यक है | अगर व्यक्ति अपने कार्यों को समय के अनुसार करेगा तो उसे सफलता प्राप्त होगी और तनाव अपने आप काम होता चला जाएगा |

समय प्रबंध को  कुशलता से प्रबंध करे  

सबसे पहले पूरे दिन के दौरान पूरा किए जाने वाले कार्यों की सूची तैयार करें ताकि आपको समय-समय पर पता चले कि जो आपने सूची तैयार की है, उसके अनुसार कौन सा कार्य किस समय पर करना है ? जब आप पूरे दिन में जो कार्य पूर्ण करने वाले हैं, अपने उन कार्यों को प्राथमिकता दें और उनमें से प्रत्येक को पूरा करने के लिए समय भी निर्धारित करें |जो भी कार्य आप करने जा रहे हैं, उसे पूरी लगन से करें और अपने कार्य पर टिके रहे | अपने कार्यों को पूर्ण करने के लिए जो सूची आपने तैयार की उसके अनुसार चलें लेकिन साथ ही साथ बीच में ब्रेक भी लेते रहें | किसी मशीन की तरह समय सरिणी ना तय करे | जिस तरह  हमारे लिए सफलता आवश्यक है,  इस तरह नींद भी हमारे लिए अति आवश्यक है |  इसलिए प्रत्येक दिन 7 से 8 घंटे की नींद लेना ना भूले |

इस तरह के समय प्रबंधन  से न केवल छात्रों और काम करने वाले पेशेवर को, अपने काम को कुशलता से प्रबंध करने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है बल्कि गृहणियों को भी यह अधिक संगठित रखता है |

 

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