आज के इस भाग में हम बात करेंगे कि पूरी दुनिया में आतंकवाद कैसे काम करता है ? क्या यह सिर्फ धार्मिक कट्टरपंथी है ? या इससे बढ़कर कुछ और भी हो चुका है | तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह भाग – दुनिया में आतंकवाद धार्मिक कट्टरपंथी से शुरू होकर आज एक बिजनेस का रूप ले चुका है | जिसका उद्देश्य सिर्फ पैसा और पावर है | इन सब चीजों की शुरुआत सऊदी अरब से हुई थी | दुनिया का सबसे बड़े आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का जन्म भी सऊदी अरब में हुआ था | वह सऊदी अरब के एक रईस परिवार से था |
अमेरिका के खिलाफ लड़ने के लिए उसे सऊदी अरब से पैसे और हथियार दोनों मिलते थे | लेकिन अब सवाल यह उठता है कि सऊदी अरब आतंकवाद को बढ़ावा क्यों देता है ? इसका बहुत साधारण सा जवाब है कि वह दूसरे मुस्लिम देशों से चाहता है कि वे सऊदी अरब के नेतृत्व को स्वीकार करें | यदि कोई देश उसके नेतृत्व को स्वीकार नहीं करता है , तो उन देशों में आतंकवाद के जरिए विध्वंस मचाता है | इस वजह से उसके बहुत सारे दुश्मन खड़े हो गए | जैसे – ईरान तुर्की और यमन | ईरान और तुर्की, सऊदी अरब को मुस्लिम वर्ल्ड का नेता नहीं मानते है | वे खुद को सऊदी अरब की जगह पर स्थापित करना चाहते हैं |
इस काम में यमन तुर्की का साथ देता है | जिस वजह से ये तीनों देश सऊदी अरब के दुश्मन बन बैठे हैं | लेकिन कुछ ऐसे भी देश है , जो सऊदी अरब को वास्तव में मुस्लिम देशों का लीडर मानते हैं | क्योंकि इस्लाम की शुरुआत सऊदी अरब से ही हुई थी | पाकिस्तान अफगानिस्तान तथा और भी बहुत सारे मुस्लिम देश सऊदी अरब को मुस्लिम देशों का नेता मानते है | जिसकी वजह से इन देशों को सऊदी अरब से पैसे, पेट्रोल, आतंकवादियों के लिए हथियार और फंड फ्री में मिल जाता है |
कुछ ऐसे भी आतंकी संगठन है जो दूसरे देशों का काम करके पैसा कमाते हैं | जैसा कि कुछ देश जो अपने दुश्मन देश से जलते हैं | वे इन आतंकवादी संगठनों के पास जाते हैं | इन्हें पैसा देते हैं और अपने दुश्मन देश में हमला करवाते हैं | जैसा कि पाकिस्तान हमारे देश में करता है | पाकिस्तान के सिर पर हमेशा सऊदी अरब का हाथ रहा है | सऊदी अरब अतीत में पाकिस्तान को कम दाम में तेल, बहुत कम व्याज दर पर पैसा और साथ ही साथ पाकिस्तान के आतंकवादियों के लिए पैसा देता रहा है |
पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो खुद के सिर पर बंदूक रखकर कहता है कि मुझे पैसे दो, या फिर कश्मीर मुद्दे पर कुछ करो | नहीं तो, मैं खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लूंगा | पाकिस्तान की इस हरकत से बहुत सारे देश अब तंग आ चुके हैं | अब वे सब पाकिस्तान का साथ धीरे-धीरे छोड़ते जा रहे हैं | पिछले दो-तीन सालों में पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्ते भी खराब हो चुके हैं | इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है , पाकिस्तान का बढ़ चढ़कर तुर्की का साथ देना |
यह बात सऊदी अरब बिल्कुल भी पसंद नहीं करता है | क्योंकि तुर्की एक ऐसा देश है जो सऊदी अरब के नेतृत्व को चैलेंज करता आया है | इसलिए अब वह पाकिस्तान से दोस्ती निभाने के लिए भारत जैसे ताकतवर देश से दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहता है | साथ ही साथ अब भारत के साथ सऊदी अरब का रिश्ता बहुत तेजी से सुधर रहा है | अब तो भारत सऊदी अरब से सबसे ज्यादा पेट्रोल खरीदता है | इसलिए सऊदी अरब अब भारत को नाराज नहीं करना चाहता है | उसने कुछ सालों से पाकिस्तान के आतंकियों को पैसा देना बंद कर दिया है |
अब हम बात करेंगे कि पूरा आतंकवादियों का मॉडल कैसे काम करता है ? वह कैसे लड़कों को रिक्रूट करता है ? कैसे उनके जरिए फिदाइन हमले, आतंकवादी संगठन अपने गिरोह को चलाने के लिए, हमेशा लड़कों की भर्ती करते रहते हैं ?
इस काम के लिए इन आतंकवादी संगठनों के एजेंट जो अलग-अलग देशों में रहते हैं | वे, कम उम्र के लड़कों को जिनकी उम्र 12 से 22 के बीच की हो, उन्ही को अपना टारगेट बनाते हैं | इसके लिए फेसबुक और व्हाट्सएप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं | फिर उनसे मिलकर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर, उन्हें कुछ पैसे देकर, अपने गिरोह में शामिल करते हैं | इन संगठनों के एजेंट उन लड़कों को दूसरे धर्म के लोगों द्वारा, उनके धर्म के लोगों के ऊपर हो रहे अत्याचार का फेक वीडियो और फोटो दिखा करकर उनका ब्रेनवाश कर देते है फिर उन्हें अपने ग्रुप में शामिल करते हैं |
लड़कों को ग्रुप में शामिल करने के बाद उन्हें आतंकवाद की ट्रेनिंग के लिए अलग-अलग देशों में ले जाया जाता है | जैसे कि पाकिस्तान, सीरिया और अफगानिस्तान | यहां पर उन्हें शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है | फिर उनके दिल में दूसरे धर्म के प्रति इतनी नफरत खोल दी जाती है कि वह अब वे दूसरों को मारने और खुद भी मरने के लिए तैयार हो जाते हैं |जब ये लड़के पूरी तरीके से आतंकवादी तैयार हो जाते हैं, तब उन्हें मिशन के लिए भेज दिया जाता है | इस तरीके से इन आतंकी संगठनों के आका यानी कि उनके मालिक ए सी वाले कमरे में बैठकर दूसरे देशों से करोड़ों रुपए कमाते हैं | बेचारे मासूम लड़के इनका शिकार होकर धर्म के नाम पर दूसरों को मारते हैं | खुद को भी खत्म कर लेते हैं |
तो फिलहाल इस कहानी में बस इतना ही अगले फिर मिलते है किसी अन्य कहानी को लेकर , यदि आपके पास कोई और कहानी हो , तो कमेन्ट में अवश्य बताए उस कहानी को आप तक लाने का मेरा पूरा प्रयास रहेगा | तब तक के लिए
जय हिन्द
जय भारत
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