गाजर का हलवा (Halwa Carrot) एक विश्व प्रसिद्ध मिठाई है, लोग इसे बहुत पसंद करते है | पाठक मित्रों जैसा कि मै अपने पिछले ब्लॉग में गाजर के बारे में बहुत सारी जांकरिया दी थी | आपलोगों ने उस ब्लॉग को बहुत पसंद भी किया और बहुत सारा प्यार आपलोगों ने दिया उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद |
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपलोगों को गाजर का हलवा बनाने से लेकर गाजर के और भी फायदे बताएंगे | इसे खाने से हमारे शरीर के 35 रोग कैसे भाग जाते है ? वे रोग कौन – कौन से है ? इसके बारे में जानेंगे, चलिए आज का यह ब्लॉग शुरू करते है |
गाजर का हलवा खाओ और रोग भगाओ
गाजर का हलवा बनाने का आसान तरीका
आवश्यक सामग्री (प्रति पाँच व्यक्ति) – गाजर – डेढ़ किलो, दूध – 300 ML, शक्कर- 200 ग्राम, ड्राइफ्रूट- काजू और बादाम 25- 25 ग्राम और तीन चम्मच घी |
सभी सामग्री को एकत्रित कर लें फिर गाजर को साफ पानी में अच्छे से धोकर एक पात्र में रख लें | जब उसका पानी निथर जाए तब उसको छोटे – छोटे टुकड़ों में काट कर मिक्सर मशीन द्वारा इसका कद्दूकस बना लीजिए | अब गैस या पकाने वाले यंत्र को चालू करे, पैन को हाई क्लैम पर गरम करे और जैसे ही पैन गरम हो जाए क्लैम को मीडियम कर दे |
अब पैन में घी डालें | गाजर का हलवा बनाने में हमेशा घी का उपयोग करे, तेल का उपयोग न करे | घी को अच्छी तरह पिघल जाने दे, जब घी अच्छी तरह पिघल जाए तब उसमे गाजर का कद्दूकस डाले | इस दौरान गैस या पकाने वाले यंत्र का फ्लेम मीडियम ही रखे | गाजर के कद्दूकस से बचे हुए पानी को पैन में न डाले, उसे पी जाए या फेंक सकते है |
अब घी में गाजर के कद्दूकस को अच्छे से मिलाए, जैसे – जैसे गाजर और घी मिलने लगेंगे कद्दूकस का रंग ऑरेंज होने लगेगा | इस तरह गाजर और घी को मीडियम फ्लेम पर 20 से 25 मिनट तक भूनना है, इस दौरान पैन को कवर नहीं करना है | थोड़ा देर मिक्स करना है फिर थोड़ी देर रुकना है, फिर मिक्स करना है फिर रुकना है, ऐसा हमे 20 से 25 मिनट करना है |
हमे गाजर को मीडियम फ्लेम पर गला लेना है कि इसकी क्वानटिटी लगभग आधा हो जाए | अब हमे फ्लेम को हाई करके इसे 8 से 10 मिनट तक मिक्स करते हुए भुनते रहना है | इसके बाद फ्लेम को कम करके इसमे दूध दाल दे और दूध को अच्छी तरह मिक्स कर दें |
अब पैन को कवर करके लो फ्लेम पर इसे 20 मिनट तक पकाने दे | बीच – बीच में इसे चेक करते रहे और मिक्स करते रहे | 20 मिनट बाद कवर हटा दे और दूध और गाजर को एक बार और अच्छी तरह मिक्स कर दें | अब दूध में गाजर अच्छी तरह से पाक गया है, अब इसमे शक्कर मिला दीजिए | इस दौरान फ्लेम को लो ही रखना है | अब काजू और बादाम के कैट हुए टुकड़े इसमें डालकर मिला दे |
अब पैन को कवर करके इस हलवे को लो फ्लेम पर 10 से 15 मिनट पकने दे | इस दौरान बीच – बीच में इसे मिक्स करते रहे | ध्यान रहे दूध और ड्राइफ्रूट मिलने के बाद हमे इसे 10 से 15 मिनट ही पकाना है |
इसके बाद हमें 2 से 3 मिनट तक मीडियम फ्लेम पर पकाये इस दौरान हलवे को लगातार मिक्स करते रहे जिससे हलवा जले न और स्मूथ बना रहे | अब हलवा अच्छी तरह से बन चुका है, अब पकाने वाले यंत्र को बंद कर दे, अब गाजर का हलवा तैयार हो चुका है, अब हलवा सर्व करने के लिए तैयार हो चुका है |
गाजर के हलवे में क्या क्या डाला जाता है?
यह खाने वाले के शौक पर निर्भर होता है, लोग अपनी – अपनी पसंद के हिसाब से अलग – अलग खाद्य सामग्री डालते है | गाजर के हलवा में दूध, शक्कर के अलावा , काजू, किशमिश, छोहारा, बादाम,पिश्ता और खोया भी डालते है | कुछ लोग खजूर, केसर और हरी इलायची का भी प्रयोग करते है, इसके तैयार हो जाने के बाद लोग इसके साथ आइस- क्रीम खाना बहुत पसंद करते है |
गाजर का हलवा कितने दिन तक खराब नहीं होता है?
बेहतर स्वाद के लिए इसे 24 घंटे के अंदर खा लेना चाहिए किन्तु यदि इसे फ्रीज़र में स्टोर करके 3 से 4 दिन तक खाने योग्य रखा जा सकता है, और अधिक समय तक इसे सुरक्षित रखने के लिए अलग – अलग विधियां है | इसकी गुणवत्ता बनी रहे इसके लिए इसे गंध और नमी से बचाने की सावधानी रखना चाहिए |
गाजर सेवन से कौन – कौन रोग ठीक होते है ?
आधुनिक समय में मनुष्य के खान – पान के सभी नियम बदल गए है | पहले लोग शरीर की आवश्यकता को देखकर खाद्य पदार्थों का चयन करते थे किन्तु अब स्वाद के लिए इसका चयन करते है जिससे वे अनेकों रोगों से पीड़ित हो रहे है | गाजर एक ऐसा खाद्य जड़ है जो हमारे शरीर के अनेकों बीमारियों को दूर करता है |
यह पौष्टिक तत्व से भरपूर है, साथ ही साथ इसके कई औषधीय गुण भी है जो अनेकों बीमारियों और रोगों को दुरुस्त करने का काम करता है | आईए इसके उन तमाम औषधीय गुणों के बारे में जानते है | यदि हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आए तो इसे शेयर जरूर कीजिए ताकि अन्य लोगों तक भी यह जानकारी पहुँच सके |
आँख के लिए फायदेमंद
गाजर में विटामिन A प्रचुर मात्रा में होता है और यह आँखों से संबंधित रोग जैसे रतौधी, बिना चश्में की सहायता से पढ़ने मे दिक्कतों को दूर कर देता है | गाजर में ल्यूटिन और बीटा कैरोटीन जो एक एंटीऑक्सीडेंट है, जिससे आँखों से संबंधित कई विकार दूर होते है, जैसे – मोतियाबिंद और धुंधला दिखना आदि |
हृदय रोग
कार्डियोलॉजिस्ट का मानना है कि हृदय रोग के लिए गाजर सबसे सुरक्षित खाद्य पदार्थ है, जिसमें नारंगी रंग का कैरोटीनॉयड होता है, जो बीटा – कैरोटिन स्रावित करता है | कैरोटीन रक्त के कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है जिससे कोरोनरी नामक हृदय रोग का जोखिम 32% कम हो जाता है | इसलिए हृदय रोग से बचाने के लिए प्रतिदिन एक गाजर जरूर खाएं |
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कैंसर का जोखिम कम करता है
गाजर संतुलित आहार का प्रमुख जड़ सब्जी है जिसमे विटामिन और फाइटोंकेमिकल्स पाए जाते है | यह मुँह, ग्रासनली और पेट के कैसर से रक्षा करता है, साथ ही साथ यह शरीर के एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) के खतरे को भी कम कर देता है, जिससे गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचा जा सकता है |
हड्डियों के रोग में फायदे
शरीर में विटामिन D, विटामिन K,कैल्शियम और फास्फोरस की कमी के कारण हड्डीयां कमजोर हो जाती है किन्तु गाजर में इनका प्रचुर मात्रा में स्रोत होता है, इसके साथ गाजर में उपस्थित विटामिन C कोलेजन का उत्पादन करता है, जिससे हड्डी मजबूत होती है एवं इसमे उत्पन्न हुए विकार पूरी तरह से समाप्त हो जाते है |
इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है
यदि आपसे कोई पूछे कि पृथ्वी पर पोशाक तत्वों का खजाना क्या है, तो गाजर का नाम सबसे पहले आएगा | इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है | गाजर मे 88 %पानी, 9% कार्बोहाइड्रेट्स, 2.8% फाइबर होता है, इसके अलावा कई खनिज पाए जाते है | इसका बीटा – कैरोटीन नए कोशिका के निर्माण मदद करता है, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम बेहतर होता है |
डायबिटीज में गाजर खाने के फायदे
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि डायबिटीज में मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए किन्तु आज हम आपको बताना चाहेंगे कि गाजर का मिठास डायबिटीज के रोगियों को नुकसान नहीं बल्कि बहुत ज्यादा फायदा करता है क्योंकि इसमे उपस्थित शुगर, इनशुलिन्स को कंट्रोल करता है और शरीर को भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त होता है |
carrot में उपस्थित तत्व टाइप – 2 के डायबिटीज के खतरे को कम करता है, इसलिए बेझिझक गाजर खा सकते है | इसमें उपस्थित शुगर पचाना आसान होता है | गाजर में उपस्थित कैरोनोएड, डायबिटिक रेटिनोंपैथी से बचाता है, इसका विटामिन A और फाइबर मौजूद होता है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है |
कमजोर स्मरण शक्ति
गाजर में उपस्थित बीटा – कैरोटीन मस्तिष्क को कार्य करने के लिए जरूरी विटामिन A में बदल जाता है जिससे मस्तिष्क का न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभावित हो जाता है, जो मस्तिष्क के हेल्थ को लाभ प्रदान करता है और यदाश्त शक्ति बाढ़ जाता है |
निष्कर्ष
गाजर का हलवा सिर्फ खाने में मजेदार नहीं है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। गाजर, दूध, और घी जैसी चीज़ें इसमें शामिल होती हैं, जो हमारे शरीर को जरूरी पोषक तत्व देती हैं। गाजर में विटामिन ए और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो आंखों के लिए अच्छे हैं, और दूध से हमें कैल्शियम और प्रोटीन मिलता है। अगर आप इसे नियमित रूप से खाते हैं, तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है और सर्दियों में ठंड से भी बचाव होता है। गाजर का हलवा एक ऐसा मीठा है, जो न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत का भी ख्याल रखता है। तो इस सर्दियों में इसे जरूर बनाएं और इसका आनंद लें |
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