Benefits and Disadvantages of Eating Orange Know in Hindi

आज के इस ब्लॉग में हम आप लोगों को Benefits and Disadvantages of Eating Orange Know in Hindi के बारे में बताएंगे | पूरी जानकारी के लिए ब्लॉग को पूरा पढ़ें | संतरा एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फल है, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए ताकि इसके फायदे का पूरा लाभ उठाया जा सके और इसके संभावित नुकसान से बचा जा सके। 

संतरा खाने के फायदे और नुकसान

फायदे 

संतरा या नारंगी जिसे हम अंग्रेजी मे Orange  के नाम से भी जानते है, इसका वैज्ञानिक नाम साइट्रस रेटीक्यूलेटा है |  जो एक बेहद लोकप्रिय और पौष्टिक फल है। इसको खाने के लिए हर व्यक्ति का तन और मन दोनों प्रसन्न हो उठता है | उपवास और सभी रोगों में नारंगी दिया जा सकता है | नारंगी एक ठंडा फल है | इसके सेवन से खराब पाचन – शक्ति मजबूत हो जाता है | संतरे को सुबह भूखे पेट या भोजन के लगभग पाँच घाटे बाद सेवन करने सर्वाधिक लाभ होता है | 

एक व्यक्ति को एक बार में एक या दो संतरे खाना पर्याप्त होता है | संतरा  विटामिन सी का एक प्रचुर स्रोत है, जो हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संतरा में फाइबर की भी भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसके सेवन से त्वचा में निखार आता है और यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।

नुकसान 

हालांकि, संतरे का अत्यधिक सेवन भी कुछ समस्याओं का कारण बन सकता है। अधिक मात्रा में संतरा खाने से एसिडिटी और पेट में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह भी देखा गया है कि कुछ लोगों को संतरे से एलर्जी हो सकती है, जिससे उन्हें त्वचा पर खुजली, सूजन या चकत्ते हो सकते हैं। इसके अलावा, संतरे में शर्करा की मात्रा भी होती है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकती है।

संतरे के सेवन से होने वाले फायदे

  1. चेचक के दाग हो तो नारंगी के छिलके को सुखाकर बारीक पीस ले | पीसे हुए नारंगी के छिलके मे गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना ले और इसका नित्य लेप चेहरे या दाग की जगह लगाकर हल्का हल्का रगड़े, चेचक के दाग हल्के पड़ जाएंगे |  
  2. नारंगी गुर्दों को स्वच्छ रखने में बहुत उपयोगी है | सुबह नाश्ते से पहले 1 या 2 नारंगी कहकर गरम पानी पीने से गुर्दे के रोग ठीक हो जाते है | 
  3. सर्दी खांसी होने पर गर्मी में ठंडे पानी के साथ और सर्दी में गरम पानी से नारंगी का रस पीने से बहुत लाभ होता है | 
  4. दूध – पीते बअच्छों को नारंगी का रस नियमित रूप से पिलाने से बहुत लाभ होता है | उनको शीत ऋतु में कोई रोग नहीं होता है और उनकी शक्ति भी बढ़ती है | उनका वजन भी बढ़ता है | 
  5. गर्भवती स्त्री नित्य दोपहर में दो नारंगी का सेवन पूरे गर्भकाल में करे तो होने वाला शिशु सुंदर होता है | 
  6. नाश्ते से पहले नारंगी खाने से मदिरापान की इच्छा कम होने लगती है | 
  7. यदि दांतों में पायरिया हो तो नारंगी के छिलके को सुखकर महीन पीश ले और उसका नित्य मंजन के रूप में उपयोग करे | पायरिया ठीक हो जाएगा | 
  8. सुबह नाश्ते में नारंगी के रस का लगातार पीते रहने से मल प्राकृतिक रूप से आने लगता है तथा पाचन शक्ति भी मजबूत हो जाता है |
  9. सुबह खाली पेट नित्य दो नारंगी खाने से भूख अच्छी लगाने लगती है | पेट की छोटी मोती बीमारी बिल्कुल ठीक हो जाती है | 
  10. दो नारंगी के छिलके को दो कप पाने में उबाले | आधा पानी रह जाने पर छानकर, गुनगुना पानी पीने से मलेरिया बुखार दूर हो जाता है |  

नारंगी के अन्य उपयोग 

  1. शरीर पर यदि किसी प्रकार का कोई घाव हो तो नारंगी के सेवन से घाव जल्दी ठीक हो जाते है | 
  2. बच्चों के दस्त में नारंगी/संतरे का रस दूध में मिला कर पिलाने से बहुत लाभ होता है | 
  3. साँस संबंधी रोग, टी. बी., हृदय व छाती संबंधी सभी रोगों में नारंगी बहुत लाभदायक है | 
  4. जलते हुए कोयले पर नारंगी के सूखे छिलके जलाने पर इसके चमकदार और सुगंधित धुएँ से मक्खी, मच्छर आस-पास नहीं रहेंगे | 
  5. पेट मे घाव हो, व्रण ,नासूर होने पर नारंगी बहुत लाभदायक होता है | 
  6. नारंगी के सूखे छिलके पीसकर चेहरे पर लगाने से मुहाँसे समाप्त हो जाते है | 
  7. स्नायु रोगों से पीड़ित एवं स्नायु तनाव ग्रस्त व पीलिया के रोगियों के लिए नारंगी बहुत ही लाभदायक है | इसके सेवन से कब्ज भी दूर हो जाता है | 
  8. प्यास अधिक लगने पर नारंगी खाने से प्यास कम लगती है | 
  9. नारंगी का रस बेरी – बेरी रोग, स्कर्वी, जोड़ों के दर्द, मे बहुत ही लाभदायक होता है | यह हृदय, मस्तिष्क और यकृत को ताकत व स्फूर्ति प्रदान करता है | 
  10. जिनका पेट फूलता हो, भारी रहता हो, अपच होता हो नित्य दोपहर के समय एक गिलास नारंगी का रस कुछ सप्ताह  पीते रहने से ठीक हो जाता है | 

नारंगी खाने से होने वाले नुकसान 

संतरे में एसिड की मात्रा अत्यधिक होता है, और यह गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) के लक्षणों को खराब कर सकता है। यदि आप बीटा-ब्लॉकर्स ले रहे हैं, तो बहुत अधिक संतरे आपके पोटेशियम सेवन को बढ़ा सकते हैं और गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आईए संतरे से होने वाले नुकसान के बारे में जानते है | 

संतरा किसे नहीं खाना चाहिए

गैस्ट्रोएसोफेगल रीफ्लक्स रोग से प्रभावित व डायबिटीज के रोगियों को खट्टे फलों का सेवन करने पर सीने में जलन और उल्टी जैसे लक्षणों में वृद्धि का अनुभव हो सकता है। ऐसा उनमें मौजूद उच्च अम्ल सामग्री के कारण होता है।  इसलिए ऐसे लोगों को संतरे का सेवन नहीं करना चाहिए या बहुत कम मात्रा में  

खाली पेट संतरा खा सकते हैं क्या?

दिन की शुरुआत खट्टे फलों के साथ करने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है और सीने में जलन हो सकती है। साथ ही ये पाचन एसिड के साथ रिएक्ट कर सकते हैं और हाइपर एसिडिटी का कारण बन सकते हैं और अल्सर की समस्या पैदा कर सकते हैं। तो, इन तमाम कारणों से आपको सुबह खाली पेट संतरा नहीं खाना चाहिए बल्कि इसे पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए | 

संतरा सेवन का सबसे अच्छा समय कौन सा समय है?

संतरे के सभी पोषक तत्वों का लाभ प्राप्त करने के लिए खाली पेट खाना सबसे अच्छा है | फिर भी नाश्ते के बाद, दोपहर के भोजन के बाद और रात के भोजन के बाद सोने से पहले संतरे का सेवन उचित माना जाता है | 

क्या संतरे से गैस हो सकती है?

 सभी फल कुल मिलाकर लाभदायक होते हैं | सेब, नाशपाती और आम जैसे फलों में फ्रुक्टोज़ की मात्रा ज़्यादा होती है, इसलिए इनके सेवन से गैस की संभावना होती है किन्तु नींबू संतरा और अंगूर आदि फलों में फ्रुक्टोज की मात्रा कम होती है जिससे नारंगी के सेवन से गैस होने की संभावना कम होती है | 

निष्कर्ष 

संतरा एक पौष्टिक फल है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है। इसमें विटामिन सी, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा होती है जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है और त्वचा को स्वस्थ बनाती है। संतरे का नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, पाचन तंत्र को सुधारता है, और वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है।

हालांकि, संतरे का अत्यधिक सेवन कुछ समस्याएं भी पैदा कर सकता है। इसमें प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जो अधिक मात्रा में खाने से रक्त शर्करा स्तर को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, संतरे का अत्यधिक सेवन पेट में अम्लता बढ़ा सकता है, जिससे एसिडिटी और पेट में जलन हो सकती है।

इसलिए, संतरे का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए ताकि हम इसके सभी लाभ प्राप्त कर सकें और किसी भी प्रकार के नुकसान से बच सकें। स्वस्थ जीवनशैली के लिए विभिन्न फलों और सब्जियों का समावेश करें और संतरे को अपनी डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएं, लेकिन संयमित रूप से। संतरा खाने से आपको ताजगी और ऊर्जा मिलेगी, साथ ही आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकेंगे।

Read More- नींबू पानी पीने के फायदें और नुकसान क्या- क्या है ?

 

    

 


Discover more from Hanswahini Education

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

1 thought on “Benefits and Disadvantages of Eating Orange Know in Hindi”

  1. Pingback: सेब खाने के फायदे | Benefits of Eating Apples - Hanswahini Education

Leave a Reply

You cannot copy content of this page

Scroll to Top

Discover more from Hanswahini Education

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading